कड़वे नीम का जूस पीने के 10 मीठे अद्भुत फायदे

कड़वे नीम का जूस पीने के 10 मीठे अद्भुत फायदे

योग गुरु सुनील सिंह

हमारी प्रकृति ने हमे कई ऐसे पौधे दिए हैं जो सिर्फ पौधे नहीं हैं बल्कि आयुर्वेदिक दवाएं हैं। इनमें कई औषधीय गुण हैं। सदियों से इनका इस्तेमाल इलाज किया जा रहा है। जैसे अगर हम नीम की बात करें तो नीम स्वाद में कड़वी होती है लेकिन इसमें कई मीठे औषधीय गुण पाए जाते हैं।  इसकी मदद से कई रोगों का इलाज किया जा सकता हैं। नीम के कई ऐसे स्वास्थ्य लाभ यानी फायदे हैं, जिनके बारे में तो कई जानते भी नहीं। आइए आज ऐसे ही इस कड़वे नीम के मीठे फायदों के बारे में जानते हैं।

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नीम का जूस पीने के फायदे (Excellent Health Benefits of Neem Juice in Hindi):

1- नीम में एंटी इंफ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं, नीम का अर्क पिंपल और एक्ने से मुक्ती दिलाने के लिये बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा नीम जूस शरीर की रंगत निखारने में भी असरदार है।

2- नीम की पत्तियों के रस और शहद को 2:1 के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है, और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।

3- नीम जूस पीने से, शरीर की गंदगी निकल जाती है। जिससे बालों की क्वालिटी, त्वचा की कामुक्ता और डायजेशन अच्छा हो जाता है।

4- इसके अलावा नीम जूस मधुमेह रोगियों के लिये भी फायदेमंद है। अगर आप रोजाना नीम जूस पिएंगे तो आपका ब्लड़ शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में हो जाएगा।

5- नीम के रस की दो बूंदे आंखो में डालने से आंखो की रौशनी बढ़ती है और अगर कन्जंगक्टवाइटिस हो गया है, तो वह भी जल्द ठीक हो जाता है।

6- शरीर पर चिकन पॉक्स के निशान को साफ करने के लिये, नीम के रस से मसाज करें। इसके अलावा त्वचा संबधि रोग, जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स भी इसके रस पीने से दूर हो जाते हैं।

7- नीम एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। नीम का महीने में 10 दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर हो सकती है।

8- मसूड़ों से खून आने और पायरिया होने पर नीम के तने की भीतरी छाल या पत्तों को पानी में औंटकर कुल्ला करने से लाभ होता है। इससे मसूड़े और दांत मजबूत होते हैं। नीम के फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से भी इसमें लाभ होता है। नीम का दातुन नित्य करने से दांतों के अन्दर पाये जाने वाले कीटाणु नष्ट होते हैं। दांत चमकीला एवं मसूड़े मजबूत व निरोग होते हैं। इससे चित्त प्रसन्न रहता है।

9- नीम के रस का फायदा मलेरिया रोग में किया जाता है। नीम वायरस के विकास को रोकता है और लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।

10- प्रेगनेंसी के दौरान नीम का रस योनि के दर्द को कम करता है। कई प्रेगनेंट महिलाएं लेबर पेन से मुक्ती पाने के लियए नीम के रस से मसाज करती हैं। प्रसूता को बच्चा जनने के दिन से ही नीम के पत्तों का रस कुछ दिन तक नियमित पिलाने से गर्भाशय संकोचन एवं रक्त की सफाई होती है, गर्भाशय और उसके आस-पास के अंगों का सूजन उतर जाता है, भूख लगती है, दस्त साफ होता है, ज्वर नहीं आता, यदि आता भी है तो उसका वेग अधिक नहीं होता।

 

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